Sunday, June 10, 2012

मर्म पर चोट करता 'सत्यमेव जयते'

'सत्यमेव जयते' भारत का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य है। इसका अर्थ है कि सत्य की ही जीत होती है। आदर्श वाक्य एक बार फिर देश में नई इबारत लिख रहा है। सामाजिक सरोकारों से जुड़े सिने स्टार आमिर खान के शो 'सत्यमेव जयते' के प्रति लोगों का आकर्षण देखकर लगता है कि लोग अब अपने से बाहर आना चाहते हैं और गलत बातों को सहन नहीं करना चाहते। शो के जरिए टेलीविजन कार्यक्रमों के प्रति दीवानगी का वह दौर लौट रहा है जो रामायणह्ण और महाभारत जैसे धार्मिक सीरियलों ने पैदा किया था। शुरूआती आंकलनों के मुताबिक, शो अपने उद्देश्यों में कामयाब सिद्ध हो रहा है। रामायण और महाभारत धारावाहिक के ब्रॉडकास्टिंग के समय सड़कों पर एक तरह से जनता कर्फ्यू लग जाता था। लगभग सारे लोग टीवी के सामने बैठ जाते थे। ऐसा लगने लगा था कि अब भविष्य में शायद ऐसी दीवानगी नहीं देखी जा सकेगी, पर भले ही थोड़ी मात्रा में मगर इन दिनों ऐसा ही कुछ हर रविवार को सुबह ह्यसत्यमेव जयतेह्ण के दौरान हो रहा है। आमिर ने शो के छठे एपिसोड में विकलांगता और उससे जुड़ी सोच को अपना मुद्दा बनाया। इससे पहले वह कन्या भ्रूण हत्या, आॅनर किलिंग, दहेज प्रथा जैसे गंभीर मुद्दों को उठा चुके हैं। शो के 13 एपिसोड पेश किए जाने हैं। 'सत्यमेव जयते' के पहले एपीसोड को नौ करोड़ लोगों ने देखा। इसे सबसे अधिक 4.1 टेलीविजन रेटिंग (टीआरपी) दी गई। टेलीविजन आॅडिएंस मेजरमेंट (टैम) के अनुसार, पांचवें एपीसोड को करीब तीन करोड़ 10 लाख दर्शकों तक पहुंचा यानि उसे करीब दस करोड़ दर्शकों ने देखा। पहले एपीसोड पर यह संख्या 2.67 करोड़ थी। 'सत्यमेव जयते' को 4.1 टीआरपी मिली, जो वर्ष 2011 में 'कौन बनेगा करोड़पति 5' के 3.5 टीआरपी से अधिक है। आमिर खान ने कुछ लोगों को ही सही मगर अन्याय के खिलाफ लड़ने की हिम्मत दी है। इसका एक उदाहरण यह है कि उनके दहेज विरोधी कार्यक्रम को देखकर भोपाल की रानी ने अपने दहेज के लालची ससुराल वालों को सजा दिलवाने के लिए आवाज उठानी शुरू कर दी। आमिर खान का कार्यक्रम देखने के कारण ही इंदौर की एक किशोरी की जिंदगी नरक होने से बची। दरअसल यहां की एक किशोरी को बदमाश महिलाओं का एक गिरोह चेन्नई ले गया। वहां उसे बेचने की तैयारी चल रही थी। उसकी बड़ी बहन सत्यमेव जयते कार्यक्रम देख चुकी थी। उसे छोटी बहन के साथ कुछ अनहोनी का अंदेशा हुआ। उसने किसी तरह पुलिस से मदद मांगी। पुलिस की सहायता से बदमाश महिला गिरोह को ट्रेस किया तो आरोपी डर के मारे उस किशोरी को इंदौर ही छोड़कर भाग गए। इन घटनाओं की खबरें बड़े-बड़े अखबारों में प्रमुखता से प्रकाशित हुईं। शो का असर भी हो रहा है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने माना है कि उनके राज्य में ज्यादती के विरुद्ध कार्रवाई की प्रक्रिया धीमी है। शो में कन्या भ्रूण हत्या के मामलों को उजागर किए जाने के बाद महाराष्ट्र सरकार ने ऐसे मामलों को रोकने के लिए बेहद कड़ा कदम उठाने का मन बनाया है। भ्रूण हत्या के मामलों की सुनवाई के लिए महाराष्ट्र सरकार बहुत जल्द फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन करने वाली है ताकि ऐसे मामलों में शामिल लोगों को जल्द से जल्द कड़ी सजा दी जा सके। मीडिया का एक हिस्सा इस कार्यक्रम को बदलाव का शंखनाद कह रहा है तो फिल्म अभिनेत्री और सामाजिक कार्यकर्ता शबाना आजमी इसे क्रांति की शुरूआत बता रही हैं। आमिर ने तमाम फिल्मों में एक्टिंग की पर वे अंदर ही अंदर कुछ अलग करने को मचल रहे थे। यही कारण था कि उन्होंने आमिर खान प्रोडक्शंस कंपनी की स्थापना की। अब आमिर ऐसी फिल्में बनाना चाहते थे जो सीधे-सीधे सामाजिक मुद्दों से वास्ता रखती हों। उनके इस प्रयास ने अचानक उन्हें उन चुनिंदा भारतीय फिल्मकारों की श्रेणी में ला खड़ा किया, जो अपनी फिल्मों में ज्वलंत सामाजिक मुद्दे उठाते थे और समाज के प्रति प्रतिबद्धता दिखाते थे। अब तक आमिर काफी बदल चुके थे तथा समाज को संदेश देने की नई भूमिका में आ गए थे। ऐसी ही संदेश देने वाली फिल्में थीं ह्यतारे जमीं परह्ण, ह्यलगानह्ण, ह्यरंग दे बसंतीह्ण, ह्यथ्री इडियट्सह्ण एवं ह्यमंगल पांडेह्ण। शो की सफलता का कारण आमिर खान के साथ ही विषय सामग्री को भी माना जा रहा है। सत्यमेव जयते का प्रभाव उसकी विषय सामग्री से आंका जा रहा है। इसका प्रमुख उद्देश्य दर्शकों का मनोरंजन करना तो है ही, साथ ही एक सामाजिक जिम्मेदारी निभाने की कोशिश भी हो रही है। सामाजिक तौर पर सामान्य रूप से यही माना जा रहा है कि इस शो से समाज में सकारात्मक बदलाव आएगा। समाज में इस शो से यह धारणा बन रही है कि यह कार्यक्रम सिर्फ बुराइयों पर चोट ही नहीं करता बल्कि हर किसी को उसके प्रति जागरूक और जिम्मेदार बनाता है। पहले भी ऐसे शो टीवी पर आ चुके हैं जिनमें सामाजिक बुराइयों को दिखाया गया है, पर उनकी तुलना सत्यमेव जयते से नहीं की जा सकती। ऐसा बहुत कम हुआ है कि इस तरह के कार्यक्रम को देखकर लोग रोने लगे हों। कई दर्शक कहते हैं कि हमें आमिर खान पर गर्व है।

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